Blog Archive

Friday, August 8, 2025

चोल साम्राज्य और ख्मेर साम्राज्य के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान

चोल साम्राज्य और ख्मेर साम्राज्य के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान

सूर्यवंशी आईएएस द्वारा


ऐतिहासिक पृष्ठभूमि

  • समयकाल: 9वीं-13वीं शताब्दी (चोलों का स्वर्णिम काल व ख्मेर साम्राज्य का उत्कर्ष)
  • संपर्क के कारण:
    • समुद्री व्यापार: चोलों का नौसैनिक प्रभुत्व
    • धार्मिक संबंध: शैव धर्म का प्रसार
    • राजनीतिक गठजोड़: चोल शासक राजेंद्र चोल प्रथम का दक्षिण-पूर्व एशिया अभियान

सांस्कृतिक आदान-प्रदान के प्रमुख क्षेत्र

1. स्थापत्य कला

चोल प्रभाव

ख्मेर अनुकूलन

द्रविड़ शैली के गोपुरम

अंगकोर वाट के प्रवेश द्वार

ग्रेनाइट निर्माण (तंजावुर)

पत्थरों की जटिल नक्काशी (बायोन मंदिर)

नटराज मूर्तियाँ

शिव की नृत्य मुद्रा में मूर्तियाँ

उदाहरण:

  • अंगकोर वाट के पश्चिमी गोपुरम में चोल वास्तुकला की छाप
  • प्रिया विहार मंदिर की स्तंभ शैली में द्रविड़ तत्व

2. धार्मिक आदान-प्रदान

  • शैव धर्म:
    • चोलों द्वारा सोमस्कंद (शिव परिवार) की मूर्तियों का निर्यात
    • ख्मेरों ने लिंगम पूजा को अपनाया
  • वैष्णव धर्म:
    • चोल कालीन रामायण चित्रण का ख्मेर मंदिरों में प्रयोग
    • अंगकोर वाट की दीवारों पर महाभारत के दृश्य

प्रमाण:

  • कंबोडिया के प्रह कोह मंदिर में तमिल शिलालेख

3. भाषा एवं साहित्य

  • संस्कृत: दोनों साम्राज्यों की राजभाषा
  • तमिल प्रभाव:
    • ख्मेर शिलालेखों में तमिल शब्द (उदा. "नगरम" = व्यापारिक गिल्ड)
    • कंबोडियाई नृत्य "अप्सरा" में तमिल कोडियट्टम की छवि

4. प्रशासनिक प्रथाएँ

  • जल प्रबंधन:
    • चोलों की अनिकट प्रणाली → ख्मेरों के बाराय (जलाशय)
  • सैन्य संगठन:
    • चोल सेना की कवच शैली का ख्मेर योद्धाओं द्वारा अनुकरण

यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा हेतु प्रश्न

1.     चोल-ख्मेर संबंधों का प्रमुख आधार क्या था?
(a)
स्थल व्यापार
(b)
समुद्री व्यापार
(c)
विवाह संबंध
(d)
धर्मयुद्ध
उत्तर: (b) समुद्री व्यापार

2.     अंगकोर वाट की वास्तुकला पर किस भारतीय शैली का प्रभाव है?
(a)
नागर
(b)
द्रविड़
(c)
वेसर
(d)
हेमाडपंथी
उत्तर: (b) द्रविड़


मुख्य परीक्षा हेतु प्रश्न

1.     "दक्षिण भारत और दक्षिण-पूर्व एशिया के बीच सांस्कृतिक समन्वय में चोल साम्राज्य की भूमिका का विश्लेषण करें।" (GS-I: इतिहास)

2.     "प्राचीन भारत के सांस्कृतिक निर्यात में मंदिर वास्तुकला के योगदान पर चर्चा करें।" (GS-I: कला एवं संस्कृति)

 

No comments:

Post a Comment

चोल साम्राज्य और ख्मेर साम्राज्य के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान

चोल साम्राज्य और ख्मेर साम्राज्य के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान सूर्यवंशी आईएएस द्वारा ऐतिहासिक पृष्ठभूमि समयकाल : 9 वीं- 13 वी...