भारत की जैव प्रौद्योगिकी दृष्टि 2030 (Biotech Vision 2030)
✍️ “भारत को वैश्विक जैव प्रौद्योगिकी नवाचार और निर्माण केंद्र बनाना”
📘 प्रसंग और उद्देश्य
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जारीकर्ता: नीति आयोग और जैव प्रौद्योगिकी विभाग (DBT)
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मुख्य लक्ष्य:
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भारत को शीर्ष 5 जैव नवाचार देशों में शामिल करना
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$150 बिलियन की बायो-इकोनॉमी 2025–30 तक
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स्वास्थ्य, कृषि, पर्यावरण और उद्योग में आत्मनिर्भरता (आत्मनिर्भर भारत)
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🎯 Biotech Vision 2030 के प्रमुख लक्ष्य
क्षेत्र | लक्ष्य |
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🌐 वैश्विक स्थान | शीर्ष 5 जैव नवाचार राष्ट्र |
💰 आर्थिक प्रभाव | $150 अरब की बायो-इकोनॉमी |
🏥 स्वास्थ्य | वैक्सीन और बायोलॉजिक्स का स्केलेबल उत्पादन |
🌾 कृषि | जीनोम-संपादित फसलें, टिकाऊ बायो-इनपुट |
🔬 अनुसंधान | विश्वस्तरीय जैव तकनीकी इन्क्यूबेटर और BSL-3/4 लैब्स |
🧑🎓 स्किलिंग | 1 मिलियन जैव प्रौद्योगिकी विशेषज्ञों का विकास |
🧭 तीन मुख्य मिशन
1. तेज खोज समाधान मिशन
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AI आधारित दवा खोज
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सिंथेटिक बायोलॉजी
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जीनोमिक्स और सटीक चिकित्सा
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महामारी की तैयारी (वैक्सीन प्लेटफॉर्म)
2. औद्योगिक जैव प्रौद्योगिकी मिशन
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बायो-निर्माण और बायो-आधारित अर्थव्यवस्था
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बायोप्लास्टिक, जैव ईंधन, हरित रसायन
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डिकार्बोनाइजेशन (जैव प्रक्रियाओं द्वारा)
3. टिकाऊ कृषि मिशन
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जीनोम-संपादित फसलें (सूखा-प्रतिरोधी आदि)
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जैव उर्वरक, जैव कीटनाशक
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ग्रामीण जैव स्टार्टअप्स
🔍 मुख्य फोकस क्षेत्र
क्षेत्र | जैव प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग |
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🧬 स्वास्थ्य | वैक्सीन, जीन थेरेपी, डायग्नोस्टिक्स, AI-दवा खोज |
🌱 कृषि | CRISPR फसलें, मृदा माइक्रोबायोम, जैव उर्वरक |
🏭 उद्योग | बायोप्लास्टिक, जैव ईंधन, एंजाइम्स |
🧪 पर्यावरण | कचरा से मूल्य, जैव-उपचार (Bio-remediation) |
🐄 पशु जैव प्रौद्योगिकी | रोग-मुक्त पशु, चारा नवाचार |
🧠 दृष्टि के स्तंभ (Pillars)
1. नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र
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BIRAC के ज़रिए स्टार्टअप्स को फंडिंग
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अकादमिक अनुसंधान को उद्योग से जोड़ना
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गहन-तकनीकी (deep-tech) हब्स को बढ़ावा
2. बुनियादी ढांचा
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30+ जैव प्रौद्योगिकी पार्क
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साझा लैब्स और बायोफाउंड्री
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BioNEST और Biotech Ignition Grants का विस्तार
3. विनियामक सुधार
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जैव तकनीकी परियोजनाओं के लिए एकल-खिड़की मंजूरी
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जीनोम एडिटिंग नियमावली
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बायोसेफ्टी दिशानिर्देश और IP सुधार
4. स्किलिंग और मानव संसाधन
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राष्ट्रीय जैव प्रौद्योगिकी कौशल विकास मिशन
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बायोमैन्युफैक्चरिंग, बायोइन्फॉर्मेटिक्स, क्लिनिकल रिसर्च प्रशिक्षण
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उद्योग-अकादमिक सेतु कार्यक्रम
🏆 अब तक की उपलब्धियां
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एशिया में तीसरा सबसे बड़ा जैव तकनीकी उद्योग
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दुनिया का सबसे बड़ा COVID वैक्सीनेशन कार्यक्रम
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90+ देशों को वैक्सीन निर्यात (वैक्सीन मैत्री)
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सस्ते जैविक उत्पादों और बायोसिमिलर में प्रतिस्पर्धा
🔄 मुख्य चुनौतियां
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अनुसंधान फंडिंग में खंडित दृष्टिकोण
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IP और पेटेंट प्रवर्तन की कमजोरी
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कुशल जनशक्ति की कमी (CRISPR, AI-बायो)
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डीप-टेक बायोटेक में निजी निवेश की कमी
🚀 आगे की राह (Way Forward)
रणनीति | कार्रवाई |
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सार्वजनिक-निजी भागीदारी | संयुक्त नवाचार और उत्पादन प्रोत्साहन |
बायोटेक में ईज़ ऑफ डूइंग | प्रयोगशाला और दवा अनुमोदन को सरल बनाना |
अंतर्राष्ट्रीय सहयोग | अमेरिका, यूरोप, जापान के साथ अनुसंधान |
BIRAC को सशक्त बनाना | Bio-Angels के लिए अधिक फंडिंग |
समावेशिता | महिला जैव उद्यमिता, ग्रामीण बायोइन्क्यूबेटर्स को बढ़ावा |
📌 UPSC पाठ्यक्रम से संबंध
✅ Prelims
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BioNEST, BIRAC, Biotech KISAN, Genome India Project
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Bioplastics, Biopharma, Biologics
✅ GS पेपर III
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विज्ञान और प्रौद्योगिकी में नवीनतम विकास
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भारतीय जैव नीति और स्कीम्स
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पर्यावरणीय जैव तकनीक (जैव ईंधन, जैव उपचार)
✅ निबंध विषय सुझाव
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“जैव प्रौद्योगिकी: भारत के सतत विकास का इंजन”
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“नवाचार और विनियमन: उभरती तकनीकों में संतुलन की आवश्यकता”
🧾 BONUS: MCQ अभ्यास
प्र. निम्नलिखित में से कौन-सा भारत की Biotech Vision 2030 का भाग नहीं है?
(a) हरित रसायनों का जैव-निर्माण
(b) परमाणु-ऊर्जा चालित जैव प्रौद्योगिकी पार्कों का निर्माण
(c) सतत कृषि के लिए जीनोम संपादन
(d) BIRAC द्वारा जैव इन्क्यूबेशन को सशक्त बनाना
✅ सही उत्तर: (b)
व्याख्या: Biotech Vision 2030 परमाणु ऊर्जा की बात नहीं करती, बल्कि हरित, टिकाऊ और नैतिक जैव तकनीक पर केंद्रित है।
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